Monetary policy key highlights now you can make upi payment up to Rs 5 lakh at a time
Monetary Policy key highlights: यूपीआई (UPI) के जरिये अब एक बार में पांच लाख रुपये तक का कर पेमेंट किया जा सकेगा, वर्तमान में यह सीमा एक लाख रुपये है।
Monetary Policy key highlights: यूपीआई (UPI) के जरिये अब एक बार में पांच लाख रुपये तक का कर पेमेंट किया जा सकेगा, वर्तमान में यह सीमा एक लाख रुपये है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति के फैसलों को बताते हुए कहा कि चेक क्लीयरेंस सिर्फ कुछ घंटों में करने के लिए कदम उठाने का प्रस्ताव है। उन्होंने पुराने होम लोन पर अतिरिक्त कर्ज (टॉप-अप होम लोन) लेने की प्रवृत्ति पर चिंता जताई।
आरबीआई एमपीसी के फैसलों की मुख्य बातें
नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं: आरबीआई एमपीसी ने अगस्त की नीति बैठक में रेपो दर और मौद्रिक नीति के रुख को अपरिवर्तित रखने का फैसला किया। गवर्नर शक्तिकांत दास ने घोषणा की कि एमपीसी ने रेपो दर को 4: 2 के बहुमत से 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया। एमपीसी ने अपने ‘आवास वापसी’ के रुख को बनाए रखने का भी फैसला किया।
FY25 के लिए GDP पूर्वानुमान अपरिवर्तित: RBI ने FY25 के लिए अपने वास्तविक GDP विकास पूर्वानुमान को 7.2 प्रतिशत तक बरकरार रखा, पहली तिमाही के साथ 7.1 पर, 7.3 प्रतिशत के पहले के अनुमान से थोड़ा नीचे है। हालांकि, आरबीआइने दूसरी तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट 7.2 प्रतिशत, तीसरी तिमाही के लिए 7.3 प्रतिशत और चौथी तिमाही के लिए 7.2 प्रतिशत के अनुमान को बरकरार रखा है। वित्त वर्ष 26 की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7.2 प्रतिशत है।
खाद्य मुद्रास्फीति एक प्रमुख चिंता: एमपीसी ने वित्त वर्ष 25 के लिए अपने सीपीआई (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) आधारित मुद्रास्फीति अनुमान को 4.5 प्रतिशत पर बनाए रखा है। हालांकि, विभिन्न तिमाहियों में मुद्रास्फीति के पूर्वानुमान में कुछ बदलाव हुए हैं। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही का पूर्वानुमान अब 3.8 प्रतिशत से 4.4 प्रतिशत है, तीसरी तिमाही का पूर्वानुमान अब 4.6 प्रतिशत से 4.7 प्रतिशत है और चौथी तिमाही का पूर्वानुमान अब 4.5 प्रतिशत से 4.3 प्रतिशत है। Q1FY26 के लिए पूर्वानुमान 4.4 प्रतिशत है। दास ने कहा, ‘हेडलाइन इन्फ्लेशन में नरमी आ रही है, लेकिन रफ्तार असमान और धीमी है।